"जीवन बचाओ मुहिम"

हत्यारा और मांसाहार नहीं बल्कि जीवों की रक्षा करने वाला बनो।


शनिवार, फ़रवरी 08, 2025

“अबुझमाड़ महोत्सव-अबुझमाड़ पीस हॉफ मैराथन 2025“ धावकों के लिये खुशखबरी - मात्र दौड़कर कुल 18 लाख रूपये तक के ईनाम जीतने का अवसर


नारायणपुर जिले में पारम्परिक महत्व को ध्यान में रखकर विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी छत्तीसगढ़ शासन खेल एवं युवा कल्याण विभाग, जिला प्रशासन नारायणपुर, जिला पुलिस नारायणपुर, भिलाई स्टील प्लांट (SAIL), NMDC, जायसवाल निको इंडस्ट्रीज लिमिटेड तथा अन्य संस्थानों के सहयोग से चतुर्थ संस्करण “अबुझमाड़ महोत्सव-अबुझमाड़ पीस हॉफ मैराथन 2025“ का आयोजन 02 मार्च 2025 (रविवार) को प्रातः 05.00 बजे से आयोजित किया जा रहा है।

“अबुझमाड़ महोत्सव-अबुझमाड़ पीस हॉफ मैराथन 2025“ धावकों के लिये खुशखबरी - मात्र दौड़कर कुल 18 लाख रूपये तक के ईनाम जीतने का अवसर

धावकों को 07 अलग-अलग कैटेगरी में कुल 18 लाख रूपये से अधिक की राशि जीतने का अवसर प्रापत हो रहा है तो तैयार हो जाईये 21 किमी हॉफ मैराथन में दौड़ने के लिये, अभी https://runabhujhmad.in/ में जाकर पंजीयन करें।

Registration Fees  Only @ ₹299/-
# Free Residence 
# Free Food, Also Bastar Special Food
# Free T Shirts 
# Free Finisher Medal and Certificate
# Free Welcome KIT
# Free Vehicles for Local Movement 

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+91 9479150759

🏃‍♂️ दौड़ की श्रेणियां: 5KM | 10KM | 21KM
🗓 स्थान: हाई स्कूल ग्राउंड, नारायणपुर, जिला नारायणपुर, छत्तीसगढ़




बुधवार, दिसंबर 25, 2024

फरवरी 2025 में होगा अबूझमाड़ मैराथन 2025 (चतुर्थ संस्करण) का आयोजन, आईपीएस प्रभात कुमार (पुलिस अधीक्षक) ने किया आधिकारिक घोषणा; ईनाम की कुल राशि 15,84,000 (पन्द्रह लाख, चौरासी हजार रूपये मात्र)


फरवरी 2025 में होगा अबूझमाड़ मैराथन 2025 (चतुर्थ संस्करण) का आयोजन, आईपीएस प्रभात कुमार (पुलिस अधीक्षक) ने किया आधिकारिक घोषणा 


ईनाम की कुल राशि 15,84,000 (पन्द्रह लाख, चौरासी हजार रूपये मात्र)

अबूझमाड़ पीस मैराथन का प्रमोशनल दौड़ 05 January 2025 को

नारायणपुर, 25 दिसम्बर 2024// जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वाधान में 24 दिसम्बर को कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में अबूझमाड़ पीस मैराथन 2025 आयोजन के संबंध में अन्य विभाग के प्रशासनिक अधिकरियों, जनप्रतिनिधयों, पत्रकारगण, गणमान्य नागरिकों के उपस्थिति में बैठक लिया गया। बैठक में हॉफ पीस अबूझमाड़ मैराथन के सफल क्रियान्वयन के संबंध में कार्ययोजना रूपरेखा तैयार करने के संबंध में चर्चा हुआ। 

जिसमें अबूझमाड़ पीस मैराथन फरवरी माह के प्रथम पखवाड़ा में रखने एवं बस्तर वासियों तथा देश-विदेश से आने वाले धावकों को दिये जाने वाली ईनाम राशि में समानता रखी जायेगी। ईनाम राशियों में किसी प्रकार से कोई भिन्नता नहीं रहने एवं अगले 3-4 दिनों में माड़ मैराथन के आयोजन हेतु अलग-अलग कार्यकलापों के अनुसार कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया। 


मैराथन प्रबंधन में लोकल व्यापारियों को अधिकतम अवसर दिये जाने की मंशा व्यक्त की गई है, जिन्हे आग्रह किया गया है कि वे मैराथन को उच्च स्तरीय बनाने में सहयोग प्रदान करें। मैराथन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के लिए ऑनलाईन रजिस्टेशन जल्द शुरू किये जायेंगे। इस बार पूर्व के आयोजनो के कमियो से सीख लेते हुए मैराथन को अधिकत सफलता के लिए प्रयास किया जायेगा। हॉफ मैराथन के मानकों का गंभीरता से पालन किया जायेगा। मान्यता प्राप्त सफल मैराथनों की सूची में अबूझमाड़ मैराथन को भी स्थान दिलाये जाने का प्रयास रहेगा। अबूझमाड़ हॉफ मैराथन का पहला इवेन्ट जिला नारायणपुर वासियों से सभी विभाग के उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों, जन प्रतिनिधि, व्यापारी संघ, गणमान्य नागरिको, इलेक्ट्रांनिक मीडिया एवं प्रिंट मीडिया के माध्यम से अपील किया गया कि हाई स्कूल ग्राउण्ड नारायणपुर से प्रमोशनल मैराथन 29 दिसम्बर 2024 को प्रातः 5 बजे 5 कि.मी. दौड़ किया जायेगा।


बैठक में कलेक्टर श्री बिपिन मांझी, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, वन मण्डाधिकारी सशिगानंदन, अपर कलेक्टर बीरेन्द्र बहादूर पंचभई, अति. पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार नायक, ऐश्वर्य चन्द्राकर, एसडीएम वासू जैन, डिप्टी कलेक्टर डॉ. सुमित गर्ग, गौतम पाटिल, उप पुलिस अधीक्षक श्री लौकेश बंसल, अमृता पैकरा, रक्षित निरीक्षक मो. मोहसिन खान, आईटीबीपी, बीएसएफ, छसबल के अधिकारिगण, जिले के जनप्रतिनिधि बृजमोहन देंवागन, सुदीप झा, मयंक जैन, प्रवीन जैन, जिले के व्यापारी संघ, पत्रकारगण सहित अन्य अधिकारीगण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे ।







बुधवार, दिसंबर 18, 2024

भव्य शोभायात्रा के साथ मादर की थाप में झूम उठा जिला मुख्यालय नारायणपुर; समाज प्रमुख ने गुरु घासीदास बाबा के संदेशों, अमृतवाणियों और मुक्ता को बताते हुए सर्वोच्च आदर्शों का पालन की अपील


भव्य शोभायात्रा के साथ मादर की थाप में झूम उठा जिला मुख्यालय नारायणपुर;  समाज प्रमुख ने गुरु घासीदास बाबा के संदेशों, अमृतवाणियों और मुक्ता को बताते हुए सर्वोच्च आदर्शों का पालन की अपील 


"जय सतनाम" के जयकारे से गुंजायमान हुआ नारायणपुर शहर; शोभा यात्रा के बाद धूमधाम से मनाई गई गुरु घासीदास बाबा की 268वीं जयंती




परम पूज्य गुरु घासीदास बाबा के 268 वीं जन्मोत्सव के अवसर पर आज दिनाँक 18-12-2024 को सतनामी समाज नारायणपुर द्वारा भव्य तरीके से गुरु घासीदास बाबा की जयंती मनाई गई। सर्वप्रथम सतनामी समाज नारायणपुर द्वारा जिला मुख्यालय नारायणपुर में नगर भ्रमण एवं शोभा यात्रा की गई इस दौरान डीजे एवं पंथी दल के मादर के थाप में पूरा नारायणपुर शहर झूम उठा।

शोभा यात्रा की झलक 
















शोभा यात्रा के बाद विधि विधान के साथ जैतखाम में पालो (ध्वजारोहण) चढ़ाया गया इसके बाद संत समाज पंथी पार्टी द्वारा अपनी प्रस्तुति देते हुए पंथी गीतों के माध्यम से समानता एवं सामाजिक न्याय की बात करते हुए सामाजिक चेतना के लिए लोगों से आग्रह किया गया। पंथी दल द्वारा पंथी नृत्य के बाद लगभग 50 से अधिक नन्हे बालक बालिकाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति के माध्यम से गुरु घासीदास बाबा के संदेशों से लोगों को अवगत कराया।

पालो चढ़ाना 


सांस्कृतिक कार्यक्रम की झलक 



कार्यक्रम के अंत में सांकृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले बालक बालिकाओं एवं पंथी दल को मेडल और सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि शोभायात्रा, जयंती एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान जिले भर से लगभग 1000 से अधिक सतनामी संत, माता-बहन, छात्रावास के छात्र एवं स्थानीय लोग मौजूद रहे।




जयंती कार्यक्रम के दौरान सतनामी समाज द्वारा जयंती में शामिल लोगों को गुरु घासीदास बाबा के संदेशों, अमृतवाणियों और मुक्ता को बताते हुए सर्वोच्च आदर्श का पालन करते हुए गुरु घासीदास बाबा के बताए मार्ग में चलने की अपील की गई। वहीं अध्यक्ष द्वारा जयंती कार्यक्रम को सफल बताते हुए कहा कि गुरु घासीदास बाबा के संदेशों और अमृतवाणियों के पालन करने से लोगों की सामाजिक स्थिति बेहतर होगी साथ ही लोग उंच नीच एवं भेदभाव के विचारधारा से ऊपर उठकर समानता और न्याय की भावना के साथ सच्चे मानव धर्म को अपनाएंगे।


शुक्रवार, नवंबर 01, 2024

सड़क किनारे खड़ी कार को शराबी बाइक चालक ने एक्सीडेंट करके सांकरा ओवर ब्रिज के पास किया क्षतिग्रस्त


सड़क किनारे खड़ी कार को शराबी बाइक चालक ने एक्सीडेंट करके किया क्षतिग्रस्त

एक्सीडेंट की जानकारी, श्री HP जोशी जी की जुबानी

दिनांक 08/10/2024 को अपने परिवार सहित कार क्रमांक CG04LS2334 में सवार होकर अपने घर लोरमी जा रहा था रात्रि करीबन 07.50 बजे थाना तिल्दा नेवरा, जिला रायपुर क्षेत्रांतर्गत सांकरा ओवर ब्रिज के पास पहुंचा था कि बच्चे को वासरूम लगने पर कार का इंटीगेटर चालूकर रोड़ के किनारे स्ट्रीट लाइट के उजाले में खड़ी करके बच्चों को वासरूम करा रहे थे। उसी समय रायपुर तरफ से आ रही मोटर सायकल क्रमांक CG28H2661 का चालक नशे में धुत्त होकर, अपने हाथ में मिनरल वाटर बॉटल (जिसमें अल्कोहल मिस्ड बियर भरी थी, जबकि उसके बाइक में डिग्गी है जिसमें खूब सारा गुटखा और तंबाखू के अलावा कुछ नहीं था, आधा खाली था; डिग्गी में वो शख्स शराब और बियर से भरी बॉटल रख सकता था) लेकर जोर जोर से गाना गाते हुए अनियंत्रित स्थिति में तेजगति एवं लापरवाही पूर्वक बाइक चलाते हुये कार को पीछे से ठोकर मारकर एक्सीडेंट कर दिया।


एक्सीडेंट करने से मेरे कार का पीछे भाग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, वाहन में अंदरूनी क्षति भी पहुंची है जिससे पीछे का दोनों पहिया का बैलेंस बिगड़ गया है। चूंकि हम सब कार में बैठे नहीं थे हमें कोई चोट नहीं आई है। इसके बावजूद बाइक यदि मेरी कार के दाहिने के बजाय यदि बाईं तरफ गिरती तो मुझे और मेरे पुत्र को गहरे चोट का शिकार होना पड़ता।


विदित हो कि सिक्स लेन रोड होने के कारण मेरी कार खड़ी होने के बावजूद एक समय में, एक साथ एक समानांतर 02 भारी मालवाहक गाड़ी और बाइक भी गुजर सकती थी।

इस एक्सीडेंट में बाइक चालक को टकराने से हल्की चोटें आई है; वो शख्स नशे में इतना धुत्त था कि चोंट के बावजूद एक शब्द भी अपने कष्ट को अभिव्यक्त नहीं किया और बोलने की स्थिति में नहीं थी। मेरे सहित कुछ राहगीर उनसे परिचय जानने के लिए बात करने में भी असहज थे, क्योंकि वाहन चालक के मुंह से शराब की गंदी बदबू आ रही थी।
शराबी बाइक चालक द्वारा मेरी कार को ठोकर मारने तथा गिरने पर मेरे द्वारा तत्काल डायल 112 पर फोन करके पुलिस और एम्बुलेंस बुलाया गया तथा बाइक चालक को प्राथमिक उपचार हेतु एम्बुलेंस में सवार करके भेजा गया।
डायल 112 में सूचना देने के पश्चात शराबी बाइक चालक के परिवार को सूचना देने के उद्देश्य से उसका परिचय, निवास का पता और परिवार के सदस्यों का मोबाइल नंबर पूछने पर शराब के नशे में विवेक शून्यता के कारण मुश्किल से अपना परिचय (नाम : दिलीप, पिता : तिरिथ, ग्राम : बहेरा (अछोली), थाना : पथरिया, जिला मुंगेली बताया गया।


तत्पश्चात मेरे द्वारा थाना तिल्दा नेवरा, जिला रायपुर जाकर वास्तविक वस्तु स्थिति से अवगत कराते हुए HC श्री साधे सिंह के माध्यम से FIR (अपराध क्रमांक 0482, दिनांक 08.10.2027 के 22:20 बजे) दर्ज कराया गया। FIR में उल्लेखित तथ्य FIR कर्ता पुलिस अधिकारी द्वारा कतिपय कारणों और समस्याओं का हवाला देकर अपने विवेक से लेख किया गया है।

अंत में मेरे द्वारा अपनी कार को सत्या ऑटो मुंगेली में गाड़ी बनवाने के लिए दिखाया, जिसमें अनुमानित लागत लगभग ₹ 84,000/- से अधिक राशि व्यय होने के स्टीमेट दिया गया है। 
अपनी गाड़ी बनवाने के लिए satya auto mungeli में छोड़ दिया हूं।

सीख 
# शराबी बाइक चालक ने किया कार की एक्सीडेंट; कभी भी शराब के नशे में न चलाएं गाड़ी.. अन्यथा खुद तो मरोगे बेगुनाह को भी मार डालोगे..!

# सदैव वैध ड्राइविंग लाइसेंस और गाड़ी का बीमा (एक्टिव इंश्योरेंस) रखें, तभी चलाएं गाड़ी। अन्यथा दूसरे की गलती के कारण भी हो जाओगे कंगाल...!

# साथियों, शराब के नशे की हालत में गाड़ी चलाने से बीमा कंपनी से आवश्यक सुविधाएं भी नहीं मिलेगी। अतः वाहन चलाने के दौरान भूल कर भी गाड़ी न चलाएं... अन्यथा दूसरे के गलती में भी, एक्टिव इंश्योरेंस और ड्राइविंग लाइसेंस होने के बावजूद हो जाएंगे कंगाल।

बुधवार, अक्टूबर 23, 2024

इंतिजार की घडी खत्म : छत्तीसगढ़ पुलिस (आरक्षक जीडी/चालक) भर्ती की राह देखने वाले छत्तीसगढ़ के 7,37,864 युवक युवती दिनांक 16.11.2024 से दिलाएंगे शारीरिक दक्षता परीक्षा; जानें पूरा विवरण


इंतिजार की घडी खत्म : छत्तीसगढ़ पुलिस (आरक्षक जीडी/चालक) भर्ती की राह देखने वाले छत्तीसगढ़ के 7,37,864 युवक युवती दिनांक 16.11.2024 से दिलाएंगे शारीरिक दक्षता परीक्षा; जानें पूरा विवरण


छत्तीसगढ़ पुलिस (आरक्षक जीडी/चालक) भर्ती की राह देखने वाले छत्तीसगढ़ के 7,37,864 युवक/युवतियों की इंतिजार की घडी खत्म हो गई है; अब पुलिस मुख्यालय, छत्तीसगढ़ नवा रायपुर, अटल नगर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके दिनांक 16.11.2024 से शारीरिक दक्षता परीक्षा आयोजित होने की जानकारी दी है।

 छत्तीसगढ़ पुलिस आरक्षक (जीडी) भर्ती हेतु सफलता के नियम : आपकी नौकरी पक्की; यदि आप इन नियमों का करेंगे पालन


तुक्का मारने का नियम; वस्तुनिष्ठ प्रश्नों पर आधारित प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का मूलमंत्र



पुलिस मुख्यालय, छत्तीसगढ़ द्वारा जिला पुलिस बल आरक्षक संवर्ग के सीधी भर्ती के 5967 रिक्त पदों पर भर्ती हेतु दिनांक 04.10.2023 को विज्ञापन जारी किया जाकर दिनांक 01.01.2024 से दिनांक 06.03.2024 तक ऑनलाईन आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये थे। इसके माध्यम से राज्य के 7,37,864 युवक/युवतियों ने ऑनलाइन आवेदन किया है।

कब से और कहाँ होगी आपकी फिजिकल परीक्षा ?
उक्त भर्ती प्रकिया के प्रथम चरण अंतर्गत अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच, शारीरिक नापजोख एवं शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन दिनांक 16.11.2024 से रायपुर, धमतरी, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, रायगढ़, सूरजपुर, जगदलपुर एवं कोण्डागांव में निर्धारित परीक्षा स्थलों मे किया जावेगा।






प्रवेश-पत्र कब से और कैसे मिलेगी ?
इस हेतु अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र छत्तीसगढ़ पुलिस की वेबसाईट https://cgpolice.gov.in पर दिनांक 04.11.2024 से उपलब्ध होंगे।

रविवार, अक्टूबर 06, 2024

परीयना प्रशिक्षण - तृतीय बैच का हुआ समापन; 86 युवक/युवतियों को हुआ किट का वितरण

परीयना प्रशिक्षण - तृतीय बैच का हुआ समापन; 86 युवक/युवतियों को हुआ किट का वितरण



जिला : नारायणपुर
दिनांक : 06.10.2024

आईपीएस श्री प्रभात कुमार, पुलिस अधीक्षक, जिला नारायणपुर के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन और नारायणपुर पुलिस द्वारा संचालित परीयना प्रशिक्षण - सेना, सशस्त्र बल और पुलिस भर्ती हेतु संचालित निःशुल्क शारीरिक दक्षता प्रशिक्षण और कोचिंग के तृतीय बैच का आज दिनाँक 06-10-2024 रक्षित केंद्र नारायणपुर में समापन हुआ। इस दौरान 86 युवक/युवतियों को किट सामग्री (टी शर्ट, लोवर, जूता, मोजा और कॉपी पेन) का वितरण किया गया। विदित हो कि जिला नारायणपुर में परीयना प्रशिक्षण के अंतर्गत 3 - 3 माह की अवधि की चार बैच संचालित किया जाना है। इसके अंतर्गत शीघ्र ही चतुर्थ और अंतिम बैच के संचालन हेतु सूचना प्रसारित की जाएगी।

प्रशिक्षण की समापन समारोह के दौरान डीएसपी डॉक्टर प्रशांत देवांगन एवम आरआई मो. मोहसिन खान द्वारा युवाओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए अपनी शुभकामना दी गई।


























सोमवार, सितंबर 23, 2024

प्रधान आरक्षक श्री हुलेश्वर जोशी का छत्तीसगढ़ पुलिस में सेवा के 19 वर्ष पूर्ण; आज 20वें वर्ष में प्रवेश

प्रधान आरक्षक श्री हुलेश्वर जोशी का छत्तीसगढ़ पुलिस में सेवा के 19वर्ष पूर्ण; आज 20वें वर्ष में प्रवेश 


• प्रधान आरक्षक श्री हुलेश्वर प्रसाद जोशी, जिला पुलिस बल, नारायणपुर ने अपने आदर्शो और सहयोगियों का किया आभार


जिला पुलिस बल नारायणपुर में प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ जवान श्री हुलेश्वर प्रसाद जोशी की सेवा का 19 वर्ष पूर्ण होकर, 20वें वर्ष पर प्रवेश करने पर उन्होंने अपने आदर्शो और सहयोगियों  सहित पत्रकारों और मीडिया बंधुओं का आभार प्रकट करते हुए अपने पुलिस जीवन में प्रेरणा स्त्रोत, मार्गदर्शकों और सहयोगियों का नाम अमिट स्याही में लिखने का प्रयास किया है। 


श्री जोशी ने कहा है कि पुलिस विभाग में मेरे विभागीय अनुशासन को पूर्ण करते हुए पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी के साथ अव्वल दर्जे के सेवा के दौरान आप सभी से प्राप्त आशीर्वाद, मार्गदर्शन, सहयोग, सम्मान और प्रेम के लिए कोटिशः आभार। 19वर्ष के दीर्घकालीन सेवा के दौरान मेरी अनुभव और कार्यक्षमता में निरंतर वृद्धि हुई है, इसका तात्पर्य है कि मैंने लगभग Zero से शुरुआत के साथ दर्जनों छिटपुट गलतियों और आपके क्षमादान के साथ आज इस identity को प्राप्त कर पाया हूं तो उसके पीछे आप सबका सराहनीय योगदान रहा है।


श्री जोशी जी के प्रेरणास्रोत : पूर्व एडीजी श्री जीपी सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग, पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल, सेनानी एम. तुङ्गोई, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नीरज चंद्राकर, सहायक सेनानी श्री रविप्रताप सिंह, सहायक सेनानी श्री धर्मनाथ सिंह, सहायक सेनानी श्री टीका राम कुर्रे, भूतपूर्व कंपनी कमांडर श्री सत्यनारायण शुक्ला, भूतपूर्व कंपनी कमांडर श्री सरजू सिंह सिकरवार, एपीसी श्री शैवाल चटर्जी, एपीसी श्री जयंत पॉल को सादर प्रणाम।


श्री जोशी जी के मार्गदर्शक : सहायक सेनानी श्री कुंजराम चौहान, सहायक सेनानी श्री लोकेश्वर शांडिल्य, सहायक सेनानी श्री गोविन्द राम मिंज, सहायक सेनानी श्री विजय तिर्की, Ret.CC श्री अशोक चतुर्वेदी, रक्षित निरीक्षक श्री दीपक कुमार साव, रक्षित निरीक्षक श्री सोनू वर्मा, CC श्री सुरित राम बघेल, CC श्री नरसिंह यादव, PC श्री हरीश चंद्र सिन्हा, APC स्वर्गीय श्री ओंकार नाथ सिंह, PC श्री पंकज तिवारी, PC श्री चंद्रमा राम, Steno श्री पवन नामदेव, ASI श्री नीलकमल दिवाकर, APC श्री महेंद्र शर्मा, APC श्री रामा साहू,  HC श्री गोविन्द बिहारी शर्मा, श्री निर्मल बारमते, श्री संजय खांडेकर, को सादर प्रणाम।


विशेष आभार : भूतपूर्व डीआईजी श्री एनकेएस ठाकुर, भूत पूर्व आईजी श्री के.सी. अग्रवाल, भूतपूर्व डीआईजी श्री जगमोहन वट्टी, सेनानी श्री नरेंद्र खरे, भूतपूर्व एसी श्री पासवान सर, एसी श्री त्रिभुवन मोहन वासनिक, सीसी श्री नरसिंह यादव, श्री सीसी श्री जितेंद्र कोरी, अकाउंटेंट श्री मनिहार सिंह सहारे, अकाउंटेंट श्री मुरली रावते,  स्टेनो श्री संतोष देहारी, SI - M श्री राजेश दुरुक्कर, ASI श्री जितेन्द्र राजपूत, Asi-M श्री महेश बंजारे, ASI- TC श्री रणविजय सिंह मंडावी, श्री श्रीधर सिंह बैस, श्री लाल मोहन पटेल, श्री मनोज दुबे, श्री सुदर्शन गुप्ता, श्री धनंजय हिरवानी, श्री राकेश साव, श्री अनिल जोशी, श्री दिवाकर मिश्रा, श्री रोहित अग्निहोत्री, श्री अनिल तिवारी, श्री तुका राम साहू, श्री भानु प्रकाश मारकंडे, श्री श्यामचरण मुंडा, श्री अवधेश तिवारी, श्री गजेंद्र सिंह कुशवाहा, श्री शिव सोनवानी, श्री नरेन्द्र कुशवाहा, श्री रोशन दुबे, श्री कमल किशोर द्विवेदी, श्री दिनेश चंद्राकर, श्री सत्यप्रकाश भारद्वाज, श्री मनोज शर्मा, श्री महेंद्र हंश, श्री अनिल यादव, श्री सुनील सहगल, श्री रामस्वरूप सोनवानी, श्री परमेश्वर निषाद, श्री जितेन्द्र कुमार पटेल, श्री लोमन सिंह रावते, श्री राकेश ताम्रकार, श्री जय वासनिक, श्री जगदेव नेताम, श्री कन्हैया वैष्णव, श्री खिलेश्वर बेसरा, श्री भीम सिंह कुमेटी, सहित सभी वरिष्ठ एवम सहयोगी पुलिस अधिकारीगण का आभार प्रकट करता हूँ। आदरणीय पाठकों, उपरोक्तानुसार दर्शाए नाम के अलावा भी बहुत से लोगों ने मेरी सेवा के दौरान अपना अहम किरदार निभाया है उन सबको भी बहुत बहुत धन्यवाद।


आदरणीय/आदरणीया 

मैंने अपनी 19 साल की सेवा के दौरान 5वीं वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल कांगोली जगदलपुर, व्हीआईपी सुरक्षा वाहिनी माना रायपुर और जिला पुलिस बल नारायणपुर में पदस्थ होकर थाना जांगला (जिला बीजापुर), थाना कोरर (जिला कांकेर), CIATS जगदलपुर, 4th BN CAF माना रायपुर, पुलिस मुख्यालय (व्हीआईपी सुरक्षा सेल, चुनाव सेल, तकनीकी सेवाएं शाखा, सिटीजन कॉप सेल), आईजी रेंज रायपुर, आईजी रेंज दुर्ग, Directorate EOW Raipur और राज्य पुलिस अकादमी चंद्रखूरी में कार्य करने का सौभाग्य प्राप्त किया है। इस दौरान संबंधित कार्यालयों के स्टाफ से भी मुझे बेहतर मार्गदर्शन और सहयोग के साथ साथ पद की गरिमा से बढ़कर मुझे सम्मान प्राप्त हुआ है, इसके लिए सभी स्टॉफ को बहुत बहुत धन्यवाद.....


पुलिस बल में सेवा के दौरान पुलिस विभाग के अच्छे कार्यों को जन मानस तक पहुंचने में छत्तीसगढ़ राज्य के अलावा देश के अनेकोनेक बुद्धिजीवी पत्रकारों, मीडिया साथियों का भी निरंतर सहयोग प्राप्त हुआ है, अतः आप सभी पत्रकार और मीडिया साथियों का विशेष आभार प्रकट करता हूं।


मेरी इस उत्कृष्ट सेवा में मेरे दादा, दादी, मां, बाबूजी, बड़े भैया, भाई, छोटी बहन, पत्नी और नन्हें बच्चों के अलावा बहुत से पारिवारिक सदस्यों और मित्रों का बलिदान और मार्गदर्शन भी शामिल है आप सबको सादर प्रणाम...... अपेक्षा है आप सबका सहयोग निरंतर प्राप्त होता रहेगा। 


भवदीय

(हुलेश्वर प्रसाद जोशी)

प्रधान आरक्षक

जिला पुलिस बल, नारायणपुर

Mob : 94060-03006

सोमवार, अगस्त 26, 2024

विशेषांक : कृष्ण जन्माष्टमी और गुरु बालकदास जयंती पर तुलनात्मक आलेख

कृष्ण जन्माष्टमी और गुरु बालकदास जयंती पर विशेष लेख - श्री हुलेश्वर जोशी

कृष्ण जन्माष्टमी और गुरु बालकदास जयंती पर तुलनात्मक अध्ययन- श्री हुलेश्वर जोशी


एतद्द्वारा मैं हुलेश्वर जोशी (लेखक) समस्त ब्रम्हांड के जीवजंतुओं को कृष्ण जन्माष्टमी और गुरु बालकदास जयंती की शुभकामनाएं देता हूँ; चूंकि आज भगवान कृष्ण और गुरु बालकदास का जन्मोत्सव है इसलिए उनके संबंध में कुछ सामान्यतः रोचक तथ्य बताना चाहता हूं :-

  • भगवान श्रीकृष्ण और गुरु बालकदास का जन्म हिंदी कैलेंडर के अनुसार एक ही मास- भाद्रपद, पक्ष - अंधियारी (कृष्ण), दिवस - अष्टमी को हुआ था। इसलिए भगवान कृष्ण के जन्म को कृष्ण जन्माष्ठमी के रूप में मनाया जाता है तो गुरु बालकदास के जन्म को उनके जयंती के रुप में मनाया जाता है।
  • श्रीकृष्ण माता देवकी और वासुदेव के आठवें संतान हैं, इनके लालन पालन माता यशोदा और नंद बाबा करते हैं। गुरु बालकदास माता सफुरा और गुरु घासीदास के द्वितीय संतान हैं।
  • भगवान श्रीकृष्ण जी द्वापर में यादव कुल में जन्म लेकर राजा के संतान न होने के बावजूद राजा बने और सनातन धर्म को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया वहीं गुरु बालकदास भी किसी राजा के संतान न होकर गुरु घासीदास के पुत्र के रूप में जन्म लेकर राजा की उपाधि हासिल किए और सतनाम धर्म के स्थापना के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाया।
  • श्रीकृष्ण और गुरु बालकदास अपने क्षमता के बल पर राजा तो बनते हैं मगर राज्य नहीं कर पाते हैं बल्कि धर्म की स्थापना के लिए जीवनपर्यंत संघर्ष करते रहते हैं।
  • श्रीकृष्ण की एक प्रेमिका राधा और 8 पत्नियां रुक्मणि, जाम्बवन्ती, सत्यभामा, कालिन्दी, मित्रबिन्दा, सत्या, भद्रा और लक्ष्मणा थी, जबकि गुरु बालकदास की दो पत्नी नीरा और राधा थी।
  • श्रीकृष्ण के 80 पुत्र होने के प्रमाण मिलते हैं जिसमें रूखमणी के संतान प्रद्युम्न (ज्येष्ठ पुत्र) और केवल एक बेटी चतुमति हैं; जबकि गुरु बालकदास के केवल एक ही पुत्र साहेबदास हुए, साहेबदास की माता राधामाता हैं जबकि दो बेटियां गंगा और गलारा नीरामाता के गर्भ से जन्म लेती हैं।
  • श्रीकृष्ण का हत्या गांधारी के श्राप के कारण एक शिकारी के तीर से होता है तो वहीं गुरु बालकदास की हत्या उनके जातिवादी सामंतों द्वारा एम्बुश लगाकर किया जाता है।
  • जब श्रीकृष्ण जी द्वापर में जन्म लिए तब ऊँचनीच की भावना से समाज बिखरा पड़ा था, उन्होंने स्वयं वर्णव्यवस्था के खिलाफ रहकर प्राकृतिक न्याय के आधार पर काम करते हुए सनातन धर्म के लोगों को दुष्टों और पापियों से मुक्त किया तो वहीं गुरु बालकदास ने समाज में व्याप्त सैकड़ों बुराइयों के खिलाफ काम करते हुए अविभाजित मध्यप्रदेश (छत्तीसगढ़ सहित) में सैकड़ो जातियों और अनेकों धर्म के लोगों को अमानवीय अत्याचार के खिलाफ संगठित कर सतनामी और सतनाम धर्म के अनुयायी बनाये तथा बिना किसी भेदभाव के मानवता की पुर्नस्थापना के लिए सबको समान अधिकार देने तथा महिलाओं के साथ होने वाले अमानवीय अत्याचार जिसमें मुख्यतः डोला उठाने की अमानवीय कृत्य पर रोक लगाया और सतनाम धर्म में अखाड़ा प्रथा का शुरुआत किया।
  • श्रीकृष्ण जी ने स्वयं तथा पांडवों के साथ मिलकर भारतवर्ष को दुराचारियों से मुक्त करने के लिए लड़ाई लड़ा और सनातन धर्म को सुरक्षित किया तो वहीं गुरु बालकदास ने स्वयं तथा सतनामी लठैतों के साथ मिलकर समाज में व्याप्त हिंसक लोगों के खिलाफ आम लोगों के मानव अधिकार और स्वाभिमान की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ा और भारतवर्ष विशेषकर मध्यप्रदेश के लोगों को समान सामाजिक जीवन प्रदान किया।
  • श्रीकृष्ण अपने पूर्व के ज्ञानी महात्माओं, देवी देवताओं के दर्शन की समीक्षा करके नवीन वैज्ञानिक दृष्टिकोण का प्रतिपादन किया तो वहीं गुरु बालकदास देश में व्याप्त बुराइयों की संभावनाओं के खिलाफ सशक्त समाज के लिए वैचारिक क्रांति का दर्शन प्रस्तुत किया।
  • श्रीकृष्ण ने प्रेम, आध्यात्म और दर्शन के माध्यम से अथवा सुदर्शन चक्र के प्रयोग के माध्यम से न्याय को स्थापित करने का काम किया तो गुरु बालकदास ने गुरु घासीदास बाबा के "मनखे मनखे एक समान" के सिद्धान्त को स्थापित करने के लिए रावटी, शांति सद्भावना सभा और शक्ति के माध्यम से दुराचारियों को नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत के आधार पर जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। अर्थात दोनो ही पहले शांति का संदेश लेकर आते हैं और दुष्टों को भी एकमत होने का अनुरोध करते हैं और जब दुष्ट शांति संदेश को मानने से इनकार करके न्याय स्थापित करने में अवरोध पैदा करते हैं तो दुष्ट के नरसंहार के लिए शक्ति का प्रयोग करते हैं ताकि हर मनुष्य को समान जीवन और सम्मान का अधिकार मिल सके।
  • श्रीकृष्ण और गुरु बालकदास दोनों ही जबतक अत्यंत आवश्यक न हो अर्थात थोड़ा भी शांति और सुलह की संभावना हो तब तक हिंसा के मार्ग का विरोध करते हैं।
  • श्रीकृष्ण और गुरु बालकदास दोनों ही शाकाहार की बात करते हैं और गाय को माता मानते हैं।
  • श्रीकृष्ण आत्मा को अजरअमर और शोकमुक्त बताते हैं तथा उनका मानना था कि पुनर्जन्म और मोक्ष और मोक्ष उपरांत पुनः मनवांछित जन्म मिलता है वे इसके लिए भगवान ब्रम्हा को उत्तरदायी समझते हैं तो वहीं गुरु बालकदास जीवन काल में ऐसे कर्म करने का सलाह देते हैं जिससे सतलोक (पृथ्वी) में जीवन के दौरान ही आपका परलोक अर्थात अमरलोक (मृत्य उपरांत नाम की अमरता) निर्धारित हो सके।
  • श्रीकृष्ण पांच तत्वों की उपलब्धता को साबित करते हुए सृष्टि के संचालन के लिए इन पांचों तत्व को जिम्मेदार बताते हैं तो ठीक कृष्ण के समानांतर ही गुरु बालकदास भी पांच तत्व (सतनाम) को ही सृष्टि की रचना और संचालन के कर्ताधर्ता मानते हैं।
  • श्रीकृष्ण के अनुयायी उनके जन्मोत्सव मनाने के लिए उनका व्रत उपवास रखते हैं और दहीहांडी खेल का आयोजन करते हैं तो वहीं गुरु बालकदास के अनुयायी जैतखाम और निशाना में पालो चढाते हैं, पंथी नृत्य करते हैं और मंगल चौका आरती गाते हैं।





मंगलवार, अगस्त 13, 2024

अबूझमाड़ खेल उत्सव के अंतर्गत जिला स्तरीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता-2024 का कलेक्टर-एसपी ने किया शुभारंभ : जिले के हुनरमंद खिलाड़ियों के लिए अच्छा मंच प्रदान करने पुलिस विभाग का आयोजन


अबूझमाड़ खेल उत्सव के अंतर्गत जिला स्तरीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता-2024 का कलेक्टर-एसपी ने किया शुभारंभ

जिले के हुनरमंद खिलाड़ियों को एक अच्छा मंच प्रदान करने पुलिस विभाग द्वारा किया जा रहा आयोजन

नारायणपुर, 13 अगस्त 2024 // जिले में पुलिस विभाग द्वारा 10 से 11 अगस्त तक थाना स्तर पर वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें थाना स्तर के विजेता टीम को 5 हजार रुपये नकद पुरस्कार दिया गया। सभी प्रतिभागी टीम को एक-एक वॉलीबॉल प्रदान किया गया। खेल के दौरान खिलाड़ियों के लिए स्वलपाहार एवं भोजन की निःशुल्क व्यवस्था की गई थी। थाना स्तर पर विजेता टीमों को जिला स्तर प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु चयन किया गया है। थाना स्तर पर वॉलिबॉल प्रतियोगिता का आयोजन पश्चात 13 अगस्त को जिला स्तर वॉलीबॉल प्रतियोगिता का श्री बिपिन मांझी द्वारा क्रिड़ा परिसर खेल मैदान में सिक्का उछालकर और वॉलीबॉल खेल कर शुभारंभ किया गया।

प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के लिए पुलिस विभाग द्वारा भोजन एवं आवास की निःशुल्क व्यवस्था की गई है। प्रतियागिता में भाग लेने वाले सभी टीम के खिलाड़ियों को जर्सी भी प्रदान किया जा रहा है। इस अवसर पर कलेक्टर श्री मांझी ने खिलाड़ियों को खेल भावना के साथ अच्छा प्रदर्शन करने हेतु प्रेरित किया गया और पुलिस अधीक्षक श्री प्रभात कुमार ने खिलाड़ियों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि इस प्रतियोगिता का आयोजन आप सभी के अंदर के हुनर को एक अच्छा मंच प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि यहां दूर दूर के गांव की टीम जीत कर आई है तो आप सभी विजेता टीम हैं। आप सभी अच्छे खेल का प्रदर्शन करते हुए और बड़े स्तर के प्रतियोगिताओं में भाग लीजिए।

उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने वाली सभी 15 टीमों को 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कृत और सम्मानित किया जाएगा। जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली टीम को 51 हजार रुपये, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली टीम को 31 हजार रुपये और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली टीम को 21 हजार एवं ट्राफी पुरस्कार के रूप में प्रदान किया जाएगा।











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