"जीवन बचाओ मुहिम"

हत्यारा और मांसाहार नहीं बल्कि जीवों की रक्षा करने वाला बनो।

रविवार, अप्रैल 30, 2023

जिला पुलिस बल नारायणपुर में तैनात सहायक उप निरीक्षक श्री बिरिया राम भगत एवं सहायक आरक्षक श्री महंगू राम कतलाम हुए सेवानिवृत्त, आईपीएस श्री पुष्कर शर्मा ने दी विदाई


🔶 सहायक उप निरीक्षक श्री बिरिया राम भगत 37 वर्ष से अधिक अवधि तक पुलिस विभाग में कार्य करने के बाद हुए रिटायर्ड

🔶 सहायक आरक्षक श्री महंगू राम कतलाम सहायक आरक्षक के पद पर पुलिस विभाग में 11 साल से अधिक सेवा दिए हैं, इसके पूर्व एसपीओ एवं गोपनीय सैनिक के पद पर भी रहे तैनात

🔶 जिला पुलिस बल नारायणपुर में तैनात सहायक उप निरीक्षक श्री बिरिया राम भगत एवं सहायक आरक्षक श्री महंगू राम कतलाम हुए सेवानिवृत्त, आईपीएस श्री पुष्कर शर्मा ने दी विदाई

आज दिनाँक 30.04.2023 को जिला पुलिस बल नारायणपुर में तैनात सहायक उप निरीक्षक श्री बिरिया राम भगत एवं सहायक आरक्षक श्री महंगू राम कतलाम सेवानिवृत्त हुए हैं। सेवानिवृत्त होने पर आईपीएस श्री पुष्कर शर्मा ने श्री भगत एवं श्री कतलाम को स्वस्थ निरोगी और दीर्घायु जीवन के लिए शुभकामनाएं देते हुए उनके कर्तव्यनिष्ठा का सम्मान किया साथ ही उनके उज्जवल भविष्य की कामना कर भावभीनी विदाई दी।

श्री बिरिया राम भगत, सहायक उप निरीक्षक, जिला पुलिस बल नारायणपुर दिनाँक 11-06-1985 को जिला पुलिस बल, उमरिया (मध्यप्रदेश) में आरक्षक (जीडी) के पद पर नियुक्त होकर अपनी सेवाएं देते हुए दिनाँक 16-03-2007 को स्थानांतरण पर जिला नारायणपुर में आमद आये। श्री भगत पुलिस विभाग में कुल 37 वर्ष 10 माह 19 दिवस तक निरंतर उत्कृष्ट सेवा देने के पश्चात् आज दिनाँक 30.04.2023 को सेवानिवृत्त हुए हैं। श्री बिरिया राम भगत ग्राम खीकानो, थाना जशपुर, जिला जशपुर (छग) के मूल निवासी हैं। 


श्री महंगू राम कतलाम, सहायक आरक्षक, जिला पुलिस बल नारायणपुर दिनाँक 08-11-2011 को सहायक आरक्षक के पद पर नियुक्त होकर जिला नारायणपुर के थाना- कुरुषनार एवं रक्षित केंद्र नारायणपुर में तैनात रहे हैं। श्री कतलाम पुलिस विभाग में सहायक आरक्षक के पद पर कुल 11 वर्ष, 05 माह, 22 दिवस तक निरंतर उत्कृष्ट सेवा देने के पश्चात् आज दिनाँक 30-04-2023 को सेवानिवृत्त हुए हैं। श्री महंगू राम कतलाम ग्राम सोनपुर, थाना सोनपुर, जिला नारायणपुर (छग) के मूल निवासी हैं।

सहायक उप निरीक्षक श्री बिरिया राम भगत एवं सहायक आरक्षक श्री महंगू राम कतलाम ने अपनी सेवा अवधि के दौरान विभागीय दायित्वों को पूरी निष्ठा, ईमानदारी और तत्परता के साथ पूरा किया है तथा सेवा अवधि के दौरान इनका अनुशासन अव्वल दर्जे का रहा है। जिसके फलस्वरूप विदाई समारोह आयोजित कर अनरेनपुर पुलिस द्वारा इनके कर्तव्यनिष्ठा का ‘‘सम्मान’’ की है।

विदाई समारोह के दौरान डीएसपी श्री विनय साहू (डीआरजी), आरआई श्री दीपक साव, निरीक्षक श्री लक्ष्मण भगत सहित रक्षित केंद्र में तैनात पुलिस अधिकारी एवं जवान उपस्थित मौजूद रहे।

बुधवार, अप्रैल 12, 2023

सोशल मीडिया में शांतिभंग करने और अफवाह फैलाने वालों पर होगी कार्यवाही, ग्रुप ऐड्मिन भी करें निर्देशों का पालन अन्यथा उन्हे भी हो सकती है जेल

सोशल मीडिया में शांतिभंग करने और अफवाह फैलाने वालों पर होगी कार्यवाही, ग्रुप ऐड्मिन भी करें निर्देशों का पालन अन्यथा उन्हे भी हो सकती है जेल

जिले में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने हेतु प्रशासन और समाज प्रमुखों की बैठक संपन्न

सीईओ एवं पुलिस अधीक्षक ने जिले मे शांति सौहार्द और आपसी भाईचारा रखने हेतु किया अपील
जिला में शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने के उद्देश से आज दिनाँक 12-04-2023 को जिला पंचायत के सभागार में जिला प्रशासन और समाज प्रमुखों की आवश्यक बैठक आहूत की गई। बैठक में एसपी, प्रभारी कलेक्टर, जनप्रतिनिधि सहित समाज प्रमुखों ने जिला नारायणपुर के समस्त समुदायों के मध्य सौहार्द पूर्ण, भाईचारा एवं विश्वास को बनाए रखने की बात कही। बैठक के दौरान नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती मांझी ने कहा कि नारायणपुर जिला एक शांतिप्रिय जिला रहा है और यहां सभी धर्मो एवं समुदायों के मध्य सौहार्द पूर्ण भावना हमेशा से कायम रही है और सभी प्रकार के पर्व त्यौहारों को लोगों द्वारा मिलजुल कर मनाते आये हैं। जिले में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटनाएं न हो इसके लिए सभी वर्ग समुदायों को एकजुट होकर सर्वधर्म समभाव का पालन करने को बढ़ावा देना चाहिए। उपाध्यक्ष जिला पंचायत ने नकारात्मक खबरों एवं अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील करते हुए कहा कि जिले में शांति व्यवस्था बनाये रखना हर नागरिक का दायित्व है।


श्री पुष्कर शर्मा (पुलिस अधीक्षक) ने कहा कि समस्त सोशल मिडिया के ग्रुप के सदस्यों को गलत खबर, विवादित पोस्ट, विवादित बातें, सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने, दो गुटों एवं पक्षों में विवाद बढ़ाने या किसी जाति के मध्य वैमनस्यता फैलाने संबंधी मैसेज, पोस्ट, चित्रण या विडियो फैलाने अथवा प्रसारित करने से बचें अन्यथा जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। इसके साथ ही यदि कोई भी व्यक्ति वॉट्सएप, फेसबुक, ट्वीटर, इंस्टाग्राम आदि सोशल मिडिया के माध्यम से भ्रामक एवं असत्य खबरें पोस्ट शेयर, कमेंट, फारवर्ड करता है जिससे लोक शांति पर प्रतिकुल प्रभाव हो तो ऐसे व्यक्तियों के विरूद्ध भी कार्यवाही होगी। इस संबंध में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल, कार्यालय पुलिस अधीक्षक द्वारा एक पृथक प्रेसविज्ञाप्ति जारी कर शांति बनाए रखने की अपील की गई है ।
श्री देवेश ध्रुव (सीईओ) ने समाज प्रमुखों से आग्रह किया कि जिले मे शांति एवं कानून व्यवस्था और भाईचारा बनाये रखने के लिए अपने दायित्वों एवं कर्तव्यों के प्रति सजग रहे।

उक्त बैठक में नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती सुनीता मांझी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री देवनाथ उसेण्डी, जिला पंचायत सीईओ श्री देवेश कुमार ध्रुव, पुलिस अधीक्षक श्री पुष्कर शर्मा, अपर कलेक्टर श्री अभिषेक गुप्ता, एसडीएम श्री जितेन्द्र कुर्रे, प्रदीप वैद्य सहित शांति समिति के सदस्य उपस्थित रहे।

शनिवार, अप्रैल 08, 2023

जिला नारायणपुर के युवक युवतियों ने सतनाम भवन में लिया सत्यनिष्ठा प्रतिज्ञा; केन्द्रीय सतर्कता आयोग नई दिल्ली ने जारी किया प्रतिज्ञा प्रमाणपत्र

जिला नारायणपुर के युवक युवतियों ने सतनाम भवन में लिया सत्यनिष्ठा प्रतिज्ञा; केन्द्रीय सतर्कता आयोग नई दिल्ली ने जारी किया प्रतिज्ञा प्रमाणपत्र

आज दिनाँक 08 अप्रैल 2023 को जिला नारायणपुर के युवक युवतियों ने श्री एच. पी. जोशी के नेतृत्व में केन्द्रीय सतर्कता आयोग नई दिल्ली की वेबसाईट में सदैव ईमानदारी तथा सत्यनिष्ठा के उच्चतम मानकों को पूरा करने के लिए सतनाम भवन, नारायणपुर में प्रतिज्ञा लिया। उक्त प्रतिज्ञा समारोह में जिले के श्री उमेश मरकाम, श्री दुर्गा प्रसाद कावडे, श्री प्रतीक रहंगडाले, श्री संदीप कुमार, श्री लोकनाथ मंडावी, श्री नीरज उसेण्डी, श्री तत्वम हुलेश्वर जोशी, कुमारी कविता नेताम, कुमारी हर्षिता पाठक, कुमारी शारदा देहारी, कुमारी दुर्गम्या जोशी, कुमारी साक्षी वडडे, कुमारी जयंती दर्रों, कुमारी पिंकी गावड़े, कुमारी महेश्वरी कोर्राम, कुमारी सपीना कोर्राम सहित अन्य युवक युवतियों ने भाग लिया है। युवाओं के द्वारा ईमानदारी तथा सत्यनिष्ठा की प्रतिज्ञा लेने के फलस्वरूप केन्द्रीय सतर्कता आयोग नई दिल्ली द्वारा ऑनलाईन माध्यम से कंप्युटर जनरेटेड प्रतिज्ञा प्रमाणपत्र जारी किया गया है।

युवक युवतियों ने ईमानदारी तथा सत्यनिष्ठा के लिये निम्नानुसार प्रतिज्ञा लिया है -
मैं प्रतिज्ञा करता/करती हूँ कि :-
जीवन के सभी क्षेत्रों में ईमानदारी तथा कानून के नियमों का पालन करूँगा/करूँगी;
ना तो रिश्वत लूँगा और ना ही रिश्वत दूँगा/दूँगी;
सभी कार्य ईमानदारी तथा पारदर्शी रीति से करूँगा/करूँगी;
जनहित में कार्य करूँगा/करूँगी;
अपने निजी आचरण में ईमानदारी दिखाकर उदाहरण प्रस्तुत करूँगा/करूँगी;
भ्रष्टाचार की किसी भी घटना की रिपोर्ट उचित एजेंसी को दूँगा/दूँगी।

शुक्रवार, अप्रैल 07, 2023

आईपीएस श्री पुष्कर शर्मा ने जवानों से मिलकर जाना कुशलक्षेम; हर प्रकार के समस्याओं के निदान का दिया आश्वासन

आईपीएस श्री पुष्कर शर्मा ने जवानों से मिलकर जाना कुशलक्षेम; हर प्रकार के समस्याओं के निदान का दिया आश्वासन

आज दिनांक 07.04.2023 को आईपीएस श्री पुष्कर शर्मा, पुलिस अधीक्षक, नारायणपुर आकस्मिक निरीक्षण के लिये रक्षित केन्द्र, नारायणपुर पहुंचे जहां उन्होने रक्षित केन्द्र के कार्यो की समीक्षा करते हुए सुरक्षा मानदण्डों का जायजा लिया। 

इसके बाद श्री शर्मा ने रक्षित केन्द्र में तैनात नक्सल हिंसा में घायल जवानों, शहीद परिवार एवं अनुकंपा नियुक्त जवानों सहित शारीरिक रूप से असक्षम व गंभीर रूप से बीमार जवानों से व्यक्तिंगत रूप से मिलकर उनका कुशलक्षेम जाना तथा उनकी समस्याएं सुनकर निराकरण कराने तथा हर संभव विभागीय मदद प्रदान करने की आश्वासन दिया। इसके साथ ही जवानों को ड्यूटी के लिये तत्पर रहने, विभागीय अनुशासन का पालन करने, साफ सुथरी वर्दी धारण करने तथा नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करने का हिदायत दिया गया। 
अंत में श्री शर्मा द्वारा शारीरिक रूप से असक्षम एवं बीमार जवानों को रक्षित केन्द्र स्थित "शहीद श्री मूलचंद कंवर कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र" में कम्प्यूटर प्रशिक्षण देने हेतु वरिष्ट अधिकारियों को निर्देशित किया। इस दौरान रक्षित निरीक्षक श्री दीपक कुमार साव और रक्षित निरीक्षक श्री सोनू वर्मा सहित रक्षित केन्द्र, नारायणपुर में तैनात अधिकारी/कर्मचारियों सहित लगभग 70 से अधिक जवान मौजूद रहे।

मंगलवार, अप्रैल 04, 2023

‘‘परीयना प्रशिक्षण’’ सेना, सशस्त्र बल एवं पुलिस में भर्ती के लिए संचालित निःशुल्क प्रशिक्षण में सम्मिलित युवक/युवतियों को पुलिस लाइन, नारायणपुर में वितरित किया गया प्रशिक्षण किट


‘परीयना प्रशिक्षण’’ सेना, सशस्त्र बल एवं पुलिस में भर्ती के लिए संचालित निःशुल्क प्रशिक्षण में सम्मिलित युवक/युवतियों को पुलिस लाइन, नारायणपुर में वितरित किया गया प्रशिक्षण किट


🔅 रक्षित केन्द्र नारायणपुर में ‘‘परीयना’’ के प्रशिक्षणार्थियों को किट वितरण कार्यक्रम।
🔅 ‘‘परीयना’’- सेना, सशस्त्र बल एवं पुलिस में भर्ती के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम।
🔅 3 माह का निःशुल्क शारीरिक एवं लिखित परीक्षा का दिया जाता है प्रशिक्षण।
🔅 100 युवक-युवतियों को प्रति बैच दिया जा रहा है प्रशिक्षण।
🔅 अबुझमाड़ एवं अन्दरूनी गांव के युवक-युवती हो रहे है लाभान्वित।
🔅 द्वितीय बैच- 12 अप्रैल 2023 से 11 जुलाई 2023 तक प्रस्तावित।


पुलिस अधीक्षक, श्री पुष्कर शर्मा (भापुसे.) के नेतृत्व में जिला नारायणपुर में नक्सल विरोधी अभियान संचालित किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर जिले के युवक-युवतियों को शासन की मुख्य धारा में जोड़कर शासकीय योजनाओं के लाभान्वयन हेतु कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। जिला नारायणपुर में जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग के तत्वाधान में ‘‘परीयना’’ प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है, जिसमें जिले के नव युवक- युवतियों को सेना, सशस्त्र बल और पुलिस में भर्ती के लिए निःशुल्क शारीरिक अभ्यास एवं लिखित परीक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस योजनान्तर्गत जिले के 100 युवक-युवतियों को 12 जनवरी से 3 माह का शारीरिक एवं लिखित परीक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें अबुझमाड़ क्षेत्र के युवक-युवतियां भी सम्मिलित हुए हैं। वर्तमान सत्र में 41 युवक एवं 59 युवतियां इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। 

आज प्रथम बैच के प्रशिक्षणार्थियों को रक्षित केन्द्र नारायणपुर में कीट वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें प्रशिक्षणरत युवक-युवतियों को प्रशिक्षण से संबंधित सामग्री जिसमें टी-शर्ट, लोवर, जूता, स्टेशनरी सामान, बर्तन आदि का वितरण जिला कलेक्टर श्री अजीत वसंत, पुलिस अधीक्षक श्री पुष्कर शर्मा, जिला पंचायत सी.ई.ओ. श्री देवेश ध्रुव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती श्यामबती रजनू नेताम, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुनीता मांझी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री देवनाथ उसेण्डी, नगरपालिका उपाध्यक्ष श्री प्रमोद नेलवाड़, गणमान्य नागरिक श्री रजनू नेताम, रघु मानिकपुरी, रवि देवांगन, संजय राय एवं जिले के गणमान्य नागरिकों के द्वारा किया गया है। 

ज्ञात हो कि ‘‘परीयना’’ प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रथम बैच 12 जनवरी 2023 से 11 अप्रैल 2023 तक आयोजित होना है जिसमें शारीरिक अभ्यास का प्रशिक्षण बालक हाई स्कूल ग्राउण्ड एवं लिखित परीक्षा का प्रशिक्षण सतनाम भवन में आयोजित किया जा रहा है। 

द्वितीय बैच का प्रशिक्षण 12 अप्रैल 2023 से 11 जुलाई 2023 तक प्रस्तावित है।

रविवार, अप्रैल 02, 2023

2500/- रुपये प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता चाहिए तो तत्काल करें पंजीयन : बेरोजगारी भत्ता योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन की हुई शुरुआत



माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को 1 अप्रैल से ढाई हजार रूपए प्रतिमाह भत्ता देने की योजना का शुभारंभ आज किया गया। बेरोजगारी भत्ता के लिए पात्र युवा https://berojgaribhatta.cg.nic.in पर घर बैठे आवेदन कर सकते हैं।


पात्रता की शर्तें
  • छत्तीसगढ़ का मूल निवासी
  • 01 अप्रैल को आयु 18 वर्ष से 35 वर्ष
  • 12वीं परीक्षा उत्तीर्ण हो
  • 01 अप्रैल को 2 वर्ष पुराना रोजगार पंजीयन
  • वार्षिक आय रूपये 2,50,000/- से अधिक न हो


अपात्रता की शर्तें
  • एक परिवार से एक ही सदस्य
  • पूर्व और वर्तमान मंत्रीं, विधानसभा सदस्य, महापौर, नगरीय निकाय, जिला पंचायत अध्यक्ष के परिवार
  • शासकीय कर्मचारियों के परिवार के सदस्य (चतुर्थ श्रेणी या ग्रुप-डी के कर्मचारियों को छोड़कर)
  • 10,000 रूपये मासिक या उससे अधिक के पेंशन भोगी के परिवार
  • आयकर दाता परिवार
  • इंजीनियर, डॉक्टर, वकील, चार्टड एकाउंटेंट आदि पेशेवर के परिवार


आवेदन की प्रक्रिया
  • केवल ऑनलाईन आवेदन
  • रोजगार कार्यालय के पंजीयन क्रमांक
  • मोबाइल नंबर अनिवार्य
  • आधार अगर राशन कार्ड में ना हो तो आधार कार्ड अनिवार्य
  • बैंक खाता जानकारी डी.बी.टी. के लिये
  • कौशल प्रशिक्षण हेतु चॉयस

दस्तावेज अपलोड
  • रोजगार पंजीयन कार्ड
  • 10वीं एवं 12वीं की मार्कशीट/प्रमाण पत्र
  • आय प्रमाण पत्र
  • मूल निवासी प्रमाण पत्र
  • फोटो

 

शनिवार, अप्रैल 01, 2023

"आरक्षण क्या है?" "What is Reservation?" वास्तव में आरक्षण क्या है? क्यों है? होना चाहिए कि नहीं? इसके परिणाम क्या होंगे इसे जानने के लिए क्लिक करें

आरक्षण क्या है?
"What is Reservation?"

वास्तव में आरक्षण क्या है? क्यों है? होना चाहिए कि नहीं? इसके परिणाम क्या होंगे इसे जानने के लिए इस आलेख को पूरी ईमानदारी से, बिना पूर्वाग्रह से ग्रसित हुए बिना समझना आवश्यक है। ताकि आप जब आरक्षण के संबंध में कोई तर्क या वितर्क करें तो आपका वितर्क कुतर्क न बन जाए यह निर्धारित हो सके। आरक्षण पर लिखने की मेरी मजबूरी ये है कि वर्तमान परिवेश में हर कोई चाहे वह क्यों न ख़ुद को मेरिट वाला समझने वाला इंसान हो या फिर क्यों न कोई प्राकृतिक संसाधनों में बराबर की हिस्सेदारी, अर्थात जनसंख्या के अनुपातिक आधार पर प्रतिनिधित्व की वकालत करने वाला व्यक्ति हो। चाहे कोई स्वयं को आरक्षण की मोहताज़ समझने वाला सामान्य इंसान हो या कोई ख़ुद को बुद्धिजीवी समझने वाला कुटिल व्यक्ति हो या फिर क्यों न वह वास्तव में बुद्धिजीवी हो। सबके सब आरक्षण पर तर्कों और कुतर्कों की बमबारी करते रहते हैं। इसलिए लेखक, विचारक और समाज सेवक होने के नाते मैं हुलेश्वर प्रसाद जोशी आरक्षण पर लिखने जा रहा हूं।

मैं सर्वप्रथम आरक्षण विरोधी लोगों के प्रश्नों और तर्कों की समीक्षा को प्राथमिकता में सम्मिलित करना आवश्यक समझता हूँ। इसके लिए सबसे पहले यह आवश्यक है कि आरक्षण विरोधी लोगों के अनुसार क्या-क्या प्रश्न है -
# क्या, आरक्षण न्याय की नैसर्गिक सिद्धांत (प्राकृतिक न्याय) के खिलाफ है?
# क्या, आरक्षण मेरिट के खिलाफ़ बकलोल लोगों को ऊपर उठाकर राष्ट्र को अवनति की ओर अग्रसर करती है?
# क्या, आरक्षण योग्य व्यक्ति (मेरिट) के साथ अन्याय करती है?

ऊपर वर्णित तीनों प्रमुख प्रश्नों का सही उत्तर जानने अथवा सही और सटीक उत्तर तय करने के पहले मैं न्याय के संबंध में अपनी मौलिक दर्शन का उल्लेख करना आवश्यक समझता हूँ । मेरा मानना है कि "सैद्धांतिक रूप से समानता के बिना न्याय दूषित और अपूर्ण होती है; परंतु प्रायोगिक तौर पर कई बार समानता की अनिवार्यता न्याय को अन्याय और क्रूरता में परिवर्तित कर सकती है।" इसके अलावा ये जानना भी जरूरी है कि "समानता और न्याय में न्याय अधिक आवश्यक और महत्वपूर्ण तत्व है जिसकी आवश्यकता आकाशगंगा के सभी जीव को है।" इसके साथ ही कुछ महत्वपूर्ण तर्क और दर्शन हैं जिसे नजरअंदाज करके आरक्षण की समीक्षा करना अनुचित होगी। जो इस प्रकार से है :
# "न्याय की नैसर्गिक सिद्धांत (प्राकृतिक न्याय) में समानता आवश्यक सामग्री नहीं है।"
# "मेरिट का तात्पर्य मात्र कुछ एक परीक्षा प्रणाली में कतिपय पैमाने अथवा कारणों से अधिक प्राप्तांक अर्जित करना नहीं है। वरन मेरिट के लिए समस्त प्रतिभागियों के मध्य डीएनएगत विशेषताओं सहित समस्त प्रकार की अवसर में पूर्ण समानता का होना आवश्यक तब हम उस परीक्षा प्रणाली में सम्मिलित किसी प्रतिभागी को मेरिटधारी या गैर-मेरिट मान सकेंगे। अन्यथा किसी व्यक्ति को मेरिटधारी अथवा अयोग्य घोषित करना अन्याय है।"
# "सर्कस के शेर, हाथी, कुत्ते और अन्य जानवर सर्कस में अधिकतर एक्ट बेहतर कर सकते हैं। यदि अन्य स्वजातीय जानवरों के साथ इनकी एक मानक टेस्ट या परीक्षा ली जाये तो सर्कस के ये जानवर अन्य जानवरों से अच्छे या कहें तो अधिक अंक लाएंगे। ख्याल रखना इन नम्बर्स के आधार पर आप इन सर्कस वाले जानवरों को स्किल्ड समझ सकते हैं मगर इन्हें मेरिटधारी समझना आपकी गलती होगी जबकि अन्य जानवरों को गैर-मेरिट या डफर समझना आपके अंधे होने का प्रमाण होगा।"
# "समूचे ब्रह्मांड की सम्पूर्ण संपदाओं में समस्त जीवों का बराबर की हिस्सेदारी है।" ठीक वैसे ही जैसे परिवार की सम्पूर्ण संपत्ति में परिवार के सभी सदस्यों की बराबर की हिस्सेदारी होती है। अतः यदि कोई इंसान या जीव पृथ्वी या ब्रम्हांड के संपदाओं में अन्य की तुलना में अपना अधिक दावा प्रस्तुत करता है तो वह अवैध बेजाकब्जा के अलावा कुछ नहीं है।

“आरक्षण क्या है?"
"What is Reservation?"
सामाजिक और राजनैतिक रूप से देखें तो "सामाजिक रूप से पिछड़े एवं शोषित वर्ग की उत्थान के लिए भारतीय संविधान में निहित विशेष प्रावधान ही आरक्षण है।" मतलब भारतीय संदर्भ में एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के लोगों को शासकीय सेवाओं में विशेष रियायत देना आरक्षण है। मगर ख्याल रखना यह आरक्षण की अधूरी व्याख्या है; क्योंकि सैद्धांतिक रूप से ब्रम्हांड के सभी सभ्यता में, सभी घर में, सब परिवार में, सब कम्युनिटी में, सब धर्म में, और सभी प्रकार के वर्गीकरण में आरक्षण व्याप्त है। क्योंकि मेरा मानना है “विशेष उपबंधों (आरक्षण) के बिना मनुष्य ही नहीं अधिकतर जीव भी जीवित नहीं रह सकते।“
""क्योंकि""
# जब आप अपने परिवार के साथ बाजार जाते हैं और नवजात शिशु और बच्चों को गोदी में उठाकर ले जाते हैं। उस समय आपका प्रेम, सद्भावना, मानवता और न्याय ये सबके सब समानता के खिलाफ एक विशेष प्रकार की आरक्षण होती है।
# जब आप घर से बाहर कहीं यात्रा पर जाते हैं और खुद ही साइकिल, बाइक या कार चलाते हैं अथवा ऑटो, बस, ट्रेन या फ्लाइट का किराया चुकाते हैं जबकि अन्य सदस्य (खासकर तुम्हारे संतान) बिना मेहनत किये बैठकर मौज करते हैं। तो यहाँ भी वो तुम्हारे हिस्से के खा रहे होते हैं, राम की खा रहे होते हैं अर्थात आरक्षण का लाभ ले रहे होते हैं।
# जब आप गंभीर रूप से बीमार होते हैं और तब आपको ओपीडी के बजाय आईपीडी में विशेष सुविधाएं मिलती है तो तुम समानता की सिद्धांत के विपरीत विशेष सुविधा ले रहे होते हो। यह भी एक प्रकार का आरक्षण ही है।
# जब आप अपने परिवार के नवजात शिशु और बच्चों से बिना कार्य कराए/ बिना मेहनत कराए उन्हें भोजन, पानी, चिकित्सा और देखरेख सहित अन्य विशेष सुविधाएं देते हैं तो वह भी आरक्षण, ओह माफ़ करना खैरात ही है। स्पष्ट संबोधन से संबोधित करूं तो आपके परिवार के ऐसे सारे नवजात शिशु और बच्चे ____ हैं। अच्छा ये बात तो भूल ही रहा था कि कभी आप भी नवजात शिशु से बालक बने फिर आज मेहनती युवा/बुजुर्ग और मेरिटधारी बने हैं, मगर इसके ठीक पहले आप अपनी खुद की मौलिक भाषा में आप खैरात की खाने के आदी, ____खोर रहे हैं।
# जो आप पैतृक संपत्ति में बटवारा पाते हो, वह भी एक विशेष प्रकार का आरक्षण ही है; क्योंकि पैतृक संपत्ति को अर्जित करने में आपका कोई श्रम नहीं लगा है। उसे संग्रहीत करने में आपका योगदान शून्य है। अर्थात आपके द्वारा पैतृक संपत्ति में बटवारा लेना खैरात है।

“क्या आरक्षण को समाप्त कर देनी चाहिए?”
हाँ; आरक्षण को समाप्त कर देनी चाहिए।
परंतु कैसे?
यदि भारतीय संदर्भ में लागू आरक्षण को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिए जाएंगे तो फिर से देश में असमानता, अन्याय और अत्याचार को बढ़ावा मिलेगा और आरक्षण को हटाने का कोई फायदा नहीं बल्कि दर्जनों गुणा अधिक नुकसान होगा।
अतः यदि आरक्षण समाप्त करना है तो सबसे पहले:
# जाति, वर्ण और धर्म को लिखना, बताना और पूछना सबसे पहले प्रतिबंधित कर देना चाहिए।
# धनवान को धनवान के साथ, बुद्धिमान को बुद्धिमान के साथ, शक्तिशाली को शक्तिशाली के साथ, गोरे को गोरे के साथ और काले को काले के साथ मिलकर संगठन या सोसाइटी बनाने से प्रतिबंधित कर देना चाहिए।
@ मगर ऐसा संभव नहीं है इसलिए वर्तमान में जब तक सभी वर्ग का समुचित प्रतिनिधित्व स्थापित नहीं हो जाता, तब तक आरक्षण की व्यवस्ठा को बनाए रखना उचित प्रतीत होती है।

आरक्षण समाप्त करने से होने वाले संभावित नुकसान क्या होंगे?
# देश में धर्म, वर्ण, जाति, रंग और क्षेत्र के आधार पर पुनः भेदभाव, हिंसा और छुआछूत शुरू हो जाएगा।
# धनवान और शक्तिशाली लोग धीरे धीरे लोकतंत्र को समाप्त करके राजतन्त्र की नींव रखेंगे।
# धनवान और शक्तिशाली लोग और अधिक धनवान तथा शक्तिशाली हो जाएंगे तथा गरीबों को फिर से गुलाम बनाकर उनकी खरीद फरोख्त करेंगे।
# धार्मिक अतिवादी लोग देश को धार्मिक मान्यताओं के आधार पर चलाने का प्रयास करेंगे तथा दूसरे धर्म के लोगों को या तो मार डालेंगे या उनका शोषण करेंगे।
# चालाक और कुटिल बुद्धि के लोग फिर से अपनी एक अलग सोसाइटी बना लेंगे और अन्य वर्ग की शोषण करेंगे।
# सेहतमंद लोग कमजोर और बीमार लोगों को मरने के लिए विवश कर देंगे।

अंत में 'आरक्षण क्या है?' की समीक्षा करने पर मैं इस निष्कर्ष पर पहुँचा हूँ कि
1- आरक्षण एक विशेष प्रकार की सामाजिक न्याय का सिद्धांत है।
2- आरक्षण जनसंख्या के आधार पर सामाजिक प्रतिनिधित्व का अधिकार देना वाला सिद्धांत है।
3- मनुष्य ही नहीं वरन ब्रम्हांड के अधिकतर जीव आरक्षण के मोहताज हैं।
4- भारतीय परिपेक्ष्य में देखें तो आरक्षण एक विशेष वर्ग के साथ 5000 साल तक हुए अमानवीय अत्याचार और अन्याय की क्षतिपूर्ति के रूप में लागू न्यायिक प्रक्रिया है।

हुलेश्वर प्रसाद जोशी
लेखक, विचारक, दार्शनिक और समाज सेवक

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