"जीवन बचाओ मुहिम"

हत्यारा और मांसाहार नहीं बल्कि जीवों की रक्षा करने वाला बनो।


सोमवार, जून 09, 2025

कबीरा खड़े दुआरी म दाई, कानो-कान चेतावत हे - काव्य संग्रह राम-राम के बेरा "RAM-RAM KE BERA" से साभार


कबीरा खड़े दुआरी म दाई, कानो-कान चेतावत हे।

कबीरा खड़े दुआरी म दाई; कानो-कान चेतावत हे।
हुलेश्वर जोशी मुरूख बनके; दगेबाज ल नरी धरावत हे।।
कबीरा खड़े दुआरी म दाई; कानो-कान चेतावत हे।
हुलेश्वर जोशी मुरूख बनके; दगेबाज ल नरी धरावत हे।।

जात झन पुछिहौ साधु के संगी; पुछ लेहव गियान।
सगे नता जम्मों जीव संग संगी; मनखे-ल-मनखे मान।।
वो कपटी पापी मन तोला; नकली बैतरणी देखावत हे।
कबीरा खड़े दुआरी म दाई; कानो-कान चेतावत हे।।

कबीरा कहै ‘‘झन माछी खाबे।’’ नहीं त मुरूख पछिताबे।
सरग-नरख कहूँ नई हे संगी; गहिरा पानी म बुड़ जाबे।।
नई मानच तैं तभो ले संगी; सतगुरू तोला समझावत हे।
कबीरा खड़े दुआरी म दाई; कानो-कान चेतावत हे।।

जीव हनैं सो पाप है; अहिंसा धरम सार।
कुकरी काटत हे हुलेश्वर जोशी; चढ़े फरारी कार।।
नई मानईया बर का उदिम करौं ‘‘मैं’’ दाई; सुमता घर ले नंदावत हे।
कबीरा खड़े दुआरी म दाई; कानो-कान चेतावत हे।।

फोही बिचारा नई जानै दाई; बईरी ल मित बनावत हे।
वो लालची पाखंडी मन दाई; तत्वम घलो ल डरूहावत हे।
दलदली म बुड़त जात हे झमलू टूरा; तेनो ल निकालत हे।
कबीरा खड़े दुआरी म दाई; कानो-कान चेतावत हे।।

कबीरा खड़े दुआरी म दाई; कानो-कान चेतावत हे।
हुलेश्वर जोशी मुरूख बनके; दगेबाज ल नरी धरावत हे।।


(हुलेश्वर प्रसाद जोशी)
दिनांक 09-06-2025
गरांजी, नारायणपुर

यह कविता (शीर्षक : कबीरा खड़े दुआरी म दाई; कानो-कान चेतावत हे।) श्री हुलेश्वर प्रसाद जोशी द्वारा लिखित एवं शीघ्र प्रकाशनाधीन काव्य संग्रह राम-राम के बेरा "RAM-RAM KE BERA" की कविता है। कवि की पहली प्रकाशित काव्य संग्रह "लिख दूँ क्या ?" है। 

शुक्रवार, जून 06, 2025

देख तो, देख दाई; ये कईसन दिन ह आवत हे : काव्य संग्रह राम-राम के बेरा "RAM-RAM KE BERA" से साभार


देख तो, देख दाई; ये कईसन दिन ह आवत हे।
तोतरा के भासन सुनके; भैरा ताली बजावत हे।


अपन ददा बर गहिरा कोड़के;
देख तो दाई, खुदे धक्का लगावत हे।
अपन-अपन सुआरथ म जम्मो झन;
देख तो दाई, कईसे बउरावत हे।
बुधमानी के माथा गाहना म धरावत हे।
अंधेर नगरी म बईठे हुलेश्वर जोशी के मुड़ी पिरावत हे।
देख तो, देख दाई, ये कईसन दिन ह आवत हे।

मांद भीतरी म, भईंसी बईठे ‘दाई’
जौरंधा पड़रू बियावत हे।
दाई नईं जानंव फेर का उछाह म;
बाजा बजात बोकरा बेचारा, बईला बिधुन नाचत हे।
बघवा काबर साधु बनके ‘धीरज धरे’
जम्मो जीव संग सुरक्छा के वादा नेभावत हे।
हिरन घलो गुरूजी बने;
बघवा पिला ल शिकार करे सिखावत हे।
देख तो, देख दाई, ये कईसन दिन ह आवत हे।

खोरबाहरा के टूरा बेवारस भईगे;
अपन बखरी म अमरबेल सिरजावत हे।
कुकरी घलो भोरहा खागे; बाज पिला ल चरावत हे।
ड़ोकरी दाई के गोहार सुन फुफु के छाती फाटत हे।
बुढ़ी माई ल देख तो दाई; बेटा बिरधा आसरम पहुंचावत हे।
देख तो, देख दाई; ये कईसन दिन ह आवत हे।

देख तो दाई का होगे ओ;
पढ़े लिखे बिगयानी घलो मन काबर ?
धुर्त, लालची अउ बलतकारी मन के;
पांव म तेल लगावत हें।
अनपढ़ मन देवता लहुट गें;
नवजात मन घलो गुरू के अवतार पावत हें।
भलमानुस गुंगा बने; अपन अंतस म खुदेच दंवा लगावत हे।
सत् कहूं कहि देहिं "दाई" जेल म बेजा ठुसावत हें।
देख तो, देख दाई, ये कईसन दिन ह आवत हे।

देख तो, देख दाई; ये कईसन दिन ह आवत हे।
तोतरा के भासन सुनके; भैरा ताली बजावत हे।

(हुलेश्वर प्रसाद जोशी)
दिनांक 06-06-2025
गरांजी, नारायणपुर

यह कविता (शीर्षक : देख तो, देख दाई, ये कईसन दिन ह आवत हे) श्री हुलेश्वर प्रसाद जोशी द्वारा लिखित एवं शीघ्र प्रकाशनाधीन काव्य संग्रह राम-राम के बेरा "RAM-RAM KE BERA" की कविता है। कवि की पहली प्रकाशित काव्य संग्रह "लिख दूँ क्या ?" है। 

बुधवार, मई 14, 2025

राम-राम के बेरा "RAM-RAM ke BERA" : टाइटिल कविता


राम-राम के बेरा
"RAM-RAM ke BERA"

राम-राम के बेरा म दाई,
काँव-काँव नरियावत हें।
सत् धरम बर मिटे के
हमर परमपरा ल बिगारत हें।
लबारी अउ लोभ देखा के
देख जो दाई, ‘‘सत् ल’’
कईसे लुकावत हें।
राम-राम के बेरा म दाई,
काँव-काँव नरियावत हें।

सोसल मीडिया के दुरूपयोग करके
‘कईसे’ लोगन ल भरमावत हें।
सगरी दुनिया ल बेचे खातिर
नकली देस-भगति सिखावत हें।
गरिब दुबर के अहित करथे
‘फेर’ हतियार हमन ल बनावत हें।
राम-राम के बेरा म दाई,
काँव-काँव नरियावत हें।

धरमि बेटा मन बउरा बईठे,
उपदरवी मन धरम सिखावत हें।
भाई-ल-भाई के
खून के पियासा बनावत हें।
का जानहि हुलेश्वर जोशी
फेर अपन निता बतावत हे।
राम-राम के बेरा म दाई,
काँव-काँव नरियावत हें।


दिनांक 14.05.2025
गरांजी, नारायणपुर

यह कविता श्री हुलेश्वर प्रसाद जोशी द्वारा लिखित एवं शीघ्र प्रकाशनाधीन काव्य संग्रह राम-राम के बेरा "RAM-RAM ke BERA" की टाइटिल कविता है। कवि की पहली प्रकाशित काव्य संग्रह "लिख दूँ क्या ?" है। 



मंगलवार, अप्रैल 29, 2025

आतंकवाद के पितामह को पटखनी कैसे दें? एक तीर से सात निशाने

आतंकवाद के पितामह को पटखनी कैसे दें? एक तीर से सात निशाने

पूर्व प्रधानमंत्री माननीय अटल बिहारी बाजपेई के सपनों को साकार करते हुए नदी जोड़ो परियोजना लागू करके झेलम, सिंधु, रावी, व्यास, सतलुज और चिनाब नदी में बांध और नहर बनाकर पानी को भारतीय नदियों से होते हुए सीधे समुद्र में गिराया जा सकता है। ऐसा करने से हम आतंकवाद के पितामह को उनकी औकात दिखाकर कमजोर कर सकते हैं कुल मिलकर भारत को ये सात प्रमुख फायदे होंगे।

🔺 बिंदुवार फायदे 🔺

# जल स्तर में बढ़ोतरी (बांध और नहर)

# बिजली उत्पादन में बढ़ोत्तरी

# मत्स्य पालन को बढ़ावा (बांध में)

# ग्रीष्मकालीन कृषि उत्पादन को बढ़ावा (नहर से)

# रेगिस्तानी और सूखाग्रस्त राज्यों में जल की आपूर्ति

# जलमार्ग की संभावना बढ़ेगी

# आतंकवाद के पितामह को नुकसान


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बुधवार, मार्च 19, 2025

मोर तरिया के फोटू ल बचा के रखिहव जी : काव्य संग्रह "राम-राम के बेरा" से साभार


मोर तरिया के फोटू ल बचा के रखिहव जी।

मोर तरिया के फोटू ल बचा के रखिहव जी।
ये सिरावत हे,
अजगर खावत हे,
पीढ़ी ल बता के रखिहव जी।
मोर तरिया के फोटू ल बचा के रखिहव जी।

मोर तरिया के तऊड़ईया नंदावत हें जी।
नरवा, झोरका के नहईया सिरावत हें जी।
अवईया पीढ़ी ल चिंता जना के रखिहव जी।
मोर तरिया के फोटू ल बचा के रखिहव जी।

बर-पिपर के थिलिंगि ले कुदईया डरावत हें जी।
सुक्खा तरिया म कुदे बर जीव कंपकपावत हें जी।
तरिया भीतरी के राहेर लहलहावत हे जी...
ओनहारी के खुसबु घलो महमहावत हे जी।
मोर तरिया के फोटू ल बचा के रखिहव जी।

तरिया म होगे कबजा.....
तरिया म होगे कबजा......
तुँहर पारा के डी.जे. ह बऊरावत हे
बकबकावत हे जी।
ऐ धरती के कोरा म
सोनहा धान ह अल्लावत हे जी।
मोर तरिया के फोटू ल बचा के रखिहव जी।

चलव संगी, सुमता मड़हा के
कोड़बो एक ठी तरिया।
नई बनन दन गऊठान ल कखरो परिया।
मान लव मितान,
हुलेश्वर संग सुमता बनाके रखिहव जी
मोर तरिया के फोटू ल बचा के रखिहव जी।

नरवा के नस म, पानी बोहावत रईही जी
बाहरा नार ह समंदर के पहिचान बनावत रईही जी।
झमलु के तऊड़ई ले हक खाके !
अतेक झन तऊड़ बेटा, महतारी ह चिल्लावत घलो रईही जी।
मोर तरिया के फोटू ल बचा के रखिहव जी।


दिनांक 19-03-2025
गरांजी, नारायणपुर

यह कविता (शीर्षक : मोर तरिया के फोटू ल बचा के रखिहव जी।) श्री हुलेश्वर प्रसाद जोशी द्वारा लिखित एवं शीघ्र प्रकाशनाधीन काव्य संग्रह राम-राम के बेरा "RAM-RAM ke BERA" की कविता है। कवि की पहली प्रकाशित काव्य संग्रह "लिख दूँ क्या ?" है। 






सोमवार, मार्च 03, 2025

माड़ मैराथन का क्रेज ऐसा कि कक्षा छठवीं के विद्यार्थी सुमेंद्र चक्रधारी और सौरभ पोटाई ने भी दौड़ 21 किलोमीटर मैराथन, कलेक्टर ने दिया 30-30 हजार रुपए का विशेष पुरस्कार


माड़ मैराथन का क्रेज ऐसा कि कक्षा छठवीं के विद्यार्थी सुमेंद्र चक्रधारी और सौरभ पोटाई ने भी दौड़ 21 किलोमीटर मैराथन, कलेक्टर ने दिया 30-30 हजार रुपए का विशेष पुरस्कार

नारायणपुर 03 मार्च 2025 // छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में आयोजित अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन 2025 ने खेल और साहस का नया अध्याय लिखा। 2 मार्च, रविवार को हुए इस भव्य आयोजन में देश-विदेश के धावकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। करीब 11 हजार से अधिक प्रतिभागियों ने इस मैराथन में भाग लिया, लेकिन इस दौड़ का केंद्र बने बालक छात्रावास नारायणपुर के दो नन्हे प्रतिभागी—छठवीं कक्षा के छात्र सुमेंद्र चक्रधारी और सौरभ पोटाई। महज 12 वर्ष की उम्र में इन दोनों बालकों ने 21 किलोमीटर की मैराथन दौड़ पूरी कर सबको चौंका दिया। उनके इस साहसिक प्रदर्शन से प्रभावित होकर वन मंत्री श्री केदार कश्यप और विधायक श्री अनुज शर्मा ने उन्हें सम्मानित करने की घोषणा की। मंत्री की घोषणा के बाद कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं ने दोनों बालकों को 30-30 हजार रुपए के चैक प्रदान कर उनका हौसला बढ़ाया।


चेक सौंपते हुए कलेक्टर ममगाईं ने दोनों छात्रों की सराहना की और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रतिभाशाली बच्चों को हर संभव सहायता दी जाएगी ताकि वे अपने सपनों को पूरा कर सकें। कलेक्टर ने उनके परिजनों से बातचीत करते हुए सुझाव दिया कि भविष्य में वे बच्चों को भारतीय थल सेना और जल सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित करें। इस सम्मान समारोह में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री राजेंद्र सिंह, खेल अधिकारी डॉ. सुमित गर्ग, छात्रावास अधीक्षक लोकेश कुमार और दोनों बालकों के परिजन भी उपस्थित थे। अधिकारियों ने भी बच्चों की मेहनत और लगन की सराहना की और उन्हें आगे बढ़ने के लिए शुभकामनाएं दीं।



रविवार, मार्च 02, 2025

अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन 2025 का (चौथा संस्करण) हुआ सम्पन्न, 7000 धावकों ने लगाई रेश; जीते 18 लाख रुपये के पुरस्कार : जादू बस्तर+दायरा बैंड शो, ड्रोन शो, पद्मश्री अनुज शर्मा नाइट, आतिशबाजी और मलखंभ भी रहा कार्यक्रम के दौरान आकर्षण केंद्र


अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन 2025 का (चौथा संस्करण) हुआ सम्पन्न, 7000 धावकों ने लगाई रेश; जीते 18 लाख रुपये के पुरस्कार : जादू बस्तर+दायरा बैंड शो, ड्रोन शो, पद्मश्री अनुज शर्मा नाइट, आतिशबाजी और मलखंभ भी रहा कार्यक्रम के दौरान आकर्षण केंद्र



माड़ मैराथन का क्रेज ऐसा कि कक्षा छठवीं के विद्यार्थी सुमेंद्र चक्रधारी और सौरभ पोटाई ने भी दौड़ 21 किलोमीटर मैराथन, कलेक्टर ने दिया 30-30 हजार रुपए का विशेष पुरस्कार


🔷 अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन 2025 का (चौथा संस्करण) आज दिनांक  02 मार्च 2025 को हुआ जिला नारायणपुर में  सम्पन्न । 

🔷  21 किमी, 10 किमी, 5 किमी (केवल महिलाओं के लिए ) की कुल 7 श्रेणियों में किया गया मैराथन प्रतियोगिता का आयोजन। 

🔷 अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन में कुल 11 हजार से अधिक प्रतिभगियों ने किया पंजीकरण । 

🔷 सभी श्रेणियों में  7 हजार से अधिक लोगों ने लिया  मैराथन में हिस्सा । 

🔷  1800 से अधिक लोगों ने पूरा किया 21 कि मी का मैराथन। 

🔷  अबूझमाड़ मैराथन की सभी श्रेणियों में 50 से अधिक विदेशी नागरिको की रही भागीदारी। 

🔷 ओपन 21 किमी  पुरुष वर्ग में भारतीय एथलीट ने विदेशी धावकों को पछाड़ा । 

🔷 पूर्ण डिजिटल प्रक्रिया  से किया गया  प्रतिभागियों का पंजीकरण, तथा बिब व टीशर्ट वितरण का कार्य  । 

🔷 अबूझमाड़ में मुख्य धारा मे जुडते हुए जिला नारायणपुर के आत्मसमर्पित नक्सलियों ने लगाई 21 किमी की मैराथन दौड़। 

🔷 ड्रोन शो, जादू बस्तर दायरा बैंड शो, पद्मश्री अनुज शर्मा नाइट, मलखंभ रहे कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षण केंद्र।  

🔷 इस अवसर पर मंचस्थ अतिथिगण श्री महेश कश्यप सांसद बस्तर लोक सभा, श्री केदार कश्यप वन मंत्री, पद्मश्री विधायक श्री अनुज शर्मा ने  अबूझमाड़ की जनता  का बढ़ाया उत्साह । 

🔷  नारायणपुर जिला प्रशासन, नारायणपुर पुलिस  के साथ  फिट इंडिया, निकों जायसवाल, बीएसपी रावघाट, एनएमडीसी  का आयोजन मे रहा विशेष योगदान । 

 

🟩 आयोजन  का परिचय

🟦  छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में, जिसे की अबूझमाड़ क्षेत्र भी कहा जाता है, नारायणपुर जिला प्रशासन और जिला पुलिस के द्वारा अबूझमाड़ महोत्सव का आयोजन किया गया है।  28 फ़रवरी से 2 मार्च तक आयोजित इस महोत्सव का सबसे महत्वपूर्ण आयोजन आज 2 मार्च को आयोजित अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन 2025 था।    


🟩 आयोजन का मुख्य उद्देश्य

🟧 अबूझमाड़ महोत्सव और इसके अंतर्गत अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन का मुख्य उद्देश्य शान्ति का सन्देश देना है विश्व पटल पर अबूझमाड़ क्षेत्र की एक नयी पहचान बनाना है| यह आयोजन अबूझमाड़ के बारे में निम्नलिखित धारणाओं को धराशायी करता है | बस्तर और अबूझमाड़ क्षेत्र नक्सलवाद से बुरी तरह से ग्रसित है, अबूझमाड़ नक्सलियों का गढ़ है, नक्सलियों के लिए सबसे सुरक्षित स्थान है और अबूझमाड़ क्षेत्र में पर्यटन और घूमना असुरक्षित ही नहीं असंभव है। 

🟦 इन सभी धारणाओं को धराशायी करते हुए अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन में बारह हज़ार से ज्यादा लोगो ने ऑनलाइन रजिस्टर किया, 21 km, 10 KM और 5 KM को मिलाकर कुल आठ हज़ार धावकों ने भाग लिया| 50 से ज्यादा विदेशी धावक इस मैराथन में भाग लिए| ये आंकड़े अबूझमाड़ और नारायणपुर के बारे में ऊपर वर्णन किये हुए सभी कुधारणाओं को सिरे से गलत साबित करता है। 

🟦 अबूझमाड़ महोत्सव और ख़ास करके अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन शांति, एकता, प्राकृतिक सौंदर्यता, विकास का सन्देश देता है| यह आयोजन इस बात को भी चिन्हांकित करता है की कैसे अबूझमाड़ के सरल और शांतिप्रिय आदिवासियों ने हिंसा, कटुता, विदेशी विचारधारा को नाकारा है और शांति और विकास का पथ चुना है। 


🟩 अबूझमाड़ महोत्सव के कार्यक्रमों का संक्षिप्त विवरण 

🟦 28 फ़रवरी की  दायरा बैंड “ जादू बस्तर” के कॉन्सर्ट से इस महोत्सव का आगाज़ हुआ जिसे देखने और बस्तर की संगीत को सुनने 8000 लोग आये| 1 मार्च की संध्या को माननीय संसद बस्तर श्री महेश कश्यप, माननीय  श्री अनुज शर्मा के उपस्थिति में माननीय मंत्री छत्तीसगढ़ शासन श्री केदार कश्यप जी ने उद्घाटन किया| इस उद्घाटन समारोह में अबूझमाड़ मलखम्ब ग्रुप ने परफॉरमेंस किया| अबूझमाड़ मलखम्ब ग्रुप ने  भारत ही नहीं पूरे विश्व में अपनी परफ़ोर्मेंस  दी है और कई खिताब जीते है एवं विश्व मलखम्ब प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता है| बस्तर की धरा पर पहली बार एक ग्रैंड ड्रोन शो का आयोजन किया गया| इस ड्रोन शो के माध्यम से शान्ति का सन्देश दिया गया एवं मैराथन में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया ।  

🟦 1 मार्च की रात को ही छत्तीसगढ़िया सिनेमा के प्रसिद्ध एक्टर और गायक माननीय विधायक अनुज शर्मा जी के समूह ने समां बाँध देने वाला एक म्यूजिकल शो किया।  जिसे देखने के लिये  हाई स्कूल ग्राउंड नारायणपुर में 12  हजार से अधिक लोग एकत्रित हुए थे। 

🟦  कार्यक्रम स्थल पर पूर्ण डिजीटल तरीके से प्रतिभागियों का पंजीकरण, बिब एवं टी-शर्ट वितरण का कार्य भी संचालित किया जा रहा था। मैराथन में शॉर्टकट और धोखाधड़ी को खत्म करने के लिए आरएफआईडी तकनीक का उपयोग  किया गया । 6 हजार  से अधिक मात्रा में बिके डूडल प्रिंटेड बस्तर आर्ट टीशर्ट अबूझमाड़ मैराथन के प्रति लोगों का प्रेम  प्रदर्शित कर रहा था ।

🟦 अबूझमाड़ मैराथन की शुरूआत  02 मार्च 2025 की सुबह 05ः30 बजे हाई स्कूल ग्राउण्ड से शुरू हुई जिसमे बस्तर सांसद श्री महेश कश्यप  एवं श्री केदार कश्यप वनमंत्री के द्वारा हरी झण्डी दिखाकर दौड़ का आरंभ किया गया। मैराथन शुरू होने के पूर्व प्रतिभागियों को जुम्बा डांस कराया गया। जिसका लोगों ने खुब आनंद लिया। मैराथन दौड़ प्रतियोगिता 21 किमी, 10 किमी एवं 5 किमी (केवल महिलाओं के लिए ) के 7 श्रेणियों में आयोजित की गई थी।

🟦  यह मैराथन नारायणपुर शहर से होकर अबूझमाड़ के गढ़ माड़ के पहा़ड़ नदियों के बीच बासिंग क्षेत्र तक पूरा किया गया। धावकों के अलावा लगभग 5 हजार से अधिक लोग प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करने के लिए नारायणपुर शहर से बासिंग (अबूझमाड़) तक अलग -अलग जगहो पर जमा हुए थे। 1800 से अधिक धावकों ने 21 किमी की दौड़ पूरी की। 

🟦  21 किमी मैराथन दौड़ पूरी करने वाले सभी धावकों को अबूझमाड़ मैराथन  का फिनिसर मैडल देकर सम्मानित किया गया एवं क्लोजिंग सेरेमनी के दौरान विशिष्ट अतिथियों के द्वारा  विजेता धावकों को पुरस्कृत किया गया । 

🟦   पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज श्री सुन्दराज पी., नारायणपुर कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाई, पुलिस अधीक्षक नारायणपुर, प्रभात कुमार, जिला पंचायत सीईओ आकांशा शिक्षा खलखों के द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया मैराथन आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में बस्तर सांसद श्री महेश कश्यप, श्री केदार कश्यप वनमंत्री, पद्यश्री श्री अनुज शर्मा विधायक, श्री सुन्दराज पी. पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, श्री कमलोचन कश्यप, दन्तेवाड़ा डीआईजी एवं एनएमडीसी, बीएसपी व निको जयसवाल के अधिकारिगण के साथ क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। 

🟦  21किमी ओपन पुरूष वर्ग केटेगरी में मुजफ्फरनगर के अक्षय कुमार ने पहला स्थान प्राप्त करते हुए विदेशी धावकों को भी पछाड़ा और पुरुस्कार स्वरूप एक लाख पचास हजार रुपये की इनामी राशि प्राप्त की ।  21 किमी ओपन महिला केटेगरी में हाईबेट गेब्रेवाहीद निवासी ईथोपिया ने पहला स्थान प्राप्त करते हुए एक लाख रुपये का इनाम प्राप्त किया ।  

🟦  21 किमी नारायणपुर पुरूष वर्ग में --------------------- एवं 21 किमी नारायणपुर महिला वर्ग में -------------------- ने प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए एक- एक लाख  रुपये का इनाम प्राप्त किया 10 किमी पुरूष में मोनू कुमार ने व 10 किमी महिला वर्ग में अमृता पटेल ने बाजी मारी एवं 05 किमी महिला श्रेणी में सुरजपुर की सोनिका राजवाड़े प्रथम स्थान पर रही। 

🟦   कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेट कर  सम्मानित किया गया एवं जिला पंचायत सीईओ आकांशा शिक्षा खलखों के द्वारा आभार व्यक्त किया गया।  कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन में नारायणपुर जिला प्रशासन, नारायणपुर पुलिस  के साथ  फिट इंडिया, निकों जायसवाल, बीएसपी रावघाट, एनएमडीसी  तथा स्थानीय जनता का रहा विशेष योगदान ।









































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