पहले ही दिन पूरी शिद्दत से सजी जाटलूर बाजार; एसपी रोबिनसन गुड़िया की पहल पर शुरू हुई अबूझमाड के भीतर साप्ताहिक बाजार
⭐ थाना ओरछा से 30 किमी दूर अबुझ्माड के गाँव जाटलूर में पहली बार बैठा बाजार;
⭐ एसपी नारायणपुर श्री रोबिनसन गुड़िया और पुलिस प्रशासन की पहल पर शुरू हुआ साप्ताहिक बाजार
⭐ प्रत्येक सप्ताह के शनिवार को लगेगा जाटलूर में साप्ताहिक बाजार; 20 से अधिक पहुच विहीन गाँव को होगा फायदा
⭐ पहले डोडीमरका, पदमेटा, लंका, बोटेर, करांगुल, मुरुमवाडा, धोबे , कुमनार, गट्टाकाल जैसे करीब 20 गाँव के वासी पहले 2 दिन का सफ़र तय करके ओरछा बाजार के लिए आते थे' ऐसे हजारों लोगों की मुसीबतें हुई कम
⭐ स्थानीय लोगों को मिलेगी रोजगार; उनके वनोपज की बिक्री उनके गाँव में होगी और जरूरत के सामान खरीदी में होगी आसानी।
⭐ जाटलूर लंका एक्सिस पर सुरक्षा कैंप खुलने और रोड के त्वरित निर्माण से हो रही है गाँव वालो की मुश्किलें आसान, सुरक्षा,स्वास्थ्य , बिजली सड़क के बाद अब बाज़ार की हुई शुरुवात
⭐ वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में नारायणपुर पुलिस द्वारा नक्सल मुक्त सशक्त बस्तर की कल्पना को साकार रूप देने हेतु क्षेत्र में लगातार नक्सल विरोधी ‘‘माड़ बचाओ’’ अभियान संचालित किया जा रहा है। साथ ही अबूझमाड़ के अंदरूनी क्षेत्रो में लगातार नवीन कैम्प स्थापित करते हुए सड़क पुल-पुलिया निर्माण सहित अन्य जन कल्याणकारी योजनाओं को भीतर गांव तक पहुंचाये जाने में सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
⭐ इसी क्रम में दिनांक 20 दिसम्बर 2025 को ओरछा लंका एक्सिस के ग्राम जाटलूर में पुलिस अधीक्षक श्री रोबिनसन गुड़िया के पहल पर साप्ताहिक बाजार का शुभारंभ हुआ है। पुलिस, डीआरजी और केंद्रीय बल के विशेष सहयोग और प्रशासन के व्यापक जनसंपर्क के कारण जाटलूर बाजार अपने स्थापना के पहले ही दिन पुरे साजो सामान के साथ गाँव में लगा. डोडीमरका, पदमेटा, लंका, बोटेर, करांगुल, मुरुमवाडा, धोबे, कुमनार, गट्टाकाल जैसे करीब 20 गाँव के हजारों लोगों ने इस बाजार की रौनक बढ़ाई। बाजार सुदुरवर्ती नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के बावजूद विक्रेताओं (व्यापारियों) को आकर्षित कर रही है। आज जिला मुख्यालय नारायणपुर सहित स्थानीय विक्रेताओं के अलावा आसपास के कपड़ा, राशन, बर्तन और प्लास्टिक सामग्रियों के विक्रेता व्यापारी भी सामग्री विक्रय करने बाजार आए थे।
⭐ पहले लंका, गट्टाकाल, बोटेर और आसपास के करीब 20 गाँव के लोग पहले 2 दिन का सफ़र तय करके ओरछा बाजार करने के लिए आते थे' और फिर जाने में भी उतना ही वक़्त लगता था, अब ऐसे हजारों लोगों की मुसीबतें कम हुई, अब आसपास के गाँव वाले अपनी जरुरत की चीजे ना केवल बहुत जल्दी प्राप्त कर सकेंगे अपितु अपने वनोपज को स्थानीय बाज़ार में बेचकर त्वरित मुनाफा भी कमा पा रहे हैं. ग्राम जाटलूर में बाज़ार खुल जाने से आसपास के गाँव में हर्ष का माहौल है, पुलिस और सुरक्षा बालो पर ग्रामीण विकास के लिए भरोसा और मजबूत हुआ है.
⭐ पुलिस अधीक्षक श्री रोबिनसन गुड़िया ने आज जाटलूर कैम्प प्रभारी से टेलीफोनिक चर्चा कर बाजार के सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली तथा व्यापारियों और स्थानीय लोगों को समुचित सुरक्षा व्यवस्था और बाजार के लिये मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने निर्देशित भी किया। उन्होने प्रभारी को निर्देशित किया कि बाजार करने आने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना न करना पड़े इसका पूरा ख्याल रखें।









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